7. भीम हनुमान जी के भाई थे | Hanuman & Bheem Relation
जैसा की आप सब जानते हैं की हनुमान जी पवन देव के आशीर्वाद से पैदा हुए थे | इसीलिए उन्हें पवनपुत्र हनुमान कहा जाता है| उसी प्रकार पांडवों की माता कुंती ने पवन देव के वरदान से भीम को जन्म दिया था| इस लिए हनुमान जी और भीम दोनों भाई हैं|
8. यमराज भी हनुमान जी के सामने कुछ नहीं |
रामायण में जब श्री राम का धरती छोड़ कर वैकुण्ठ जाने का समय आया| तब यमराज श्री राम के पास आये और उन्हें विष्णु जी द्वारा श्री राम अवतार के लिए निर्धारित किए गए समय का बोध कराया| लेकिन हनुमान श्री राम की सेवा में सदैव रहते थे और उनकी उपस्तिथि में यमराज श्री राम को अपने साथ नहीं ले जा सकता था|
इसलिए जब श्री राम का धरती में अंत समय आया तब श्री राम ने अपनी अंगूठी पाताल में गिरा दी और हनुमान को उसे खोजने के लिए भेज दिया. इसी बीच श्री राम ने अपना शरीर त्याग कर विष्णु रूपी हो गए और वैकुण्ठ चले गए|
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