केदारनाथ को क्यों कहते हैं जागृत महादेव ? केदारनाथ तीर्थ में घटित एक सच्चे भक्त और शिव साक्षात्कार की सत्य कथा (Kedarnath Jyotirlinga Of Lord Shiva)

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Kedarnath Jyotirlinga: Miracles Of Lord Shiva In India

Kedarnath-jyotirlinga

यह एक सच्चे शिव भक्त की सत्य कथा है| यह वाक्या केदारनाथ धाम में हुआ था, केदारनाथ धाम के बारे में तो आप जानते ही होंगे जहाँ देवों के देव महादेव का पवित्र और बहुत ही प्राचीन मंदिर है| यह मंदिर भोलेनाथ के ज्योतिर्लिंगों (12 jyotirling) में से एक है| ज्योतिर्लिंग (jyotirlinga) का अर्थ है जिस शिवलिंग में स्वयं शिव की ज्योति विद्यमान है| आज हम आपको बताएँगे की केदारनाथ ज्योतिर्लिंग को जागृत महादेव क्यूँ कहते हैं| एक परम शिव भक्त के साथ घटित सच्ची घटना की पूरी कहानी आपको सुनेंगे और अंत में आपको इस बात का उत्तर मिल जाएगा की केदारनाथ जागृत महादेव क्यों हैं|Shiv Bhakt kedarnath story in hindi

बहुत समय पहले की बात है जब हमारे देश में बस, ट्रेन की अच्छी सुविधा उपलब्ध नहीं थी| अगर किसी को सफ़र करना होता था तो धनवान लोग  बैलगाड़ी, घोड़े का सहारा लेते थे लेकिन गरीब लोगों के लिए पैदल यात्रा करना ही एक मात्र उपाय था| इसी समय एक निर्धन शिव भक्त ने भगवान् केदारनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने का प्रण किया और पैदल यात्रा आरम्भ कर दी|

रस्ते में लोगों से पूंछ-पूंछ कर केदारनाथ धाम की ओर बढ़ने लगा| मन में शिव दर्शन की इच्छा लिए वह हमेशा शिव का ही स्मरण करता रहा| उसके घर से केदारनाथ धाम काफी दूर था| सफ़र करते करते 2 महीने बीत गए| जब वह केदारनाथ पहुंचा तो वहां बर्फ पड़ रही थी और ऐसा लग रहा था की मंदिर बंद है और वहां कोई भी नहीं|

आपको यह बता दूँ की केदारनाथ धाम के पट 6 महीने के लिए खुलते हैं और 6 महीने के लिए बंद हो जाते हैं| जब केदारनाथ धाम में बर्फ पड़ने लगती है तो मदिर के पट बंद कर दी जाते हैं|

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