साधना और दैनिक कार्यों में रूकावट:
दोस्तों हम कलियुग में जी रहे हैं| कलियुग का असर इतना बढ़ चुका है की कोई भी साधना करने बैठो या पूजा करने बैठो तो मन विचलित हो जाता है| हमारे मन में गुस्सा, इर्षा या वासना आ जाती है| ऐसा होने से हमारी पूजा या साधना खंडित हो जाती है और हमें उसका परिणाम नहीं मिलता| यहाँ तक की कुछ बुरी शक्तियाँ आपके आस पास के लोगों को इस तरह से प्रभावित करेंगी की वो आपकी साधना या काम में विघ्न डाल देंगे (जैसे कोई जरुरी काम आ जाना, किसी काम का किसी दुसरे आदमी के तरफ से आगे न बढ़ना)| बार-बार ऐसा होने से जब हमें परिणाम नहीं मिलता तो हम पूजा करना ही छोड़ देते हैं और कहने लगते हैं की यह सब फालतू है काम नहीं करता, और हमारा जीवन कठिनाइयों से भर जाता है| या तो आपको इस बारे में पता ही नहीं चलता या तो आप अपने आप को हीन भावना से देखने लगते हो| आप सोचने लगते हो की इसमें आप की ही गलती है, लेकिन ऐसा नहीं है यह माया और कलियुग का असर है|
रक्षा कवच क्यूँ ? Raksha Kavach In Hindi
जब आप कोई भी साधना या पूजा पूरी श्रद्धा के साथ करते हैं तो संसार में मौजूद बुरी शक्तियाँ आपको वह साधना पूरी नहीं करने देंगी| ऐसा इसलिए क्यूंकि वो बुरी शक्तियाँ नहीं चाहती की आप ईश्वर के समीप जाएं| यह सभी शक्तियाँ अदृश्य रह कर आपका काम रोकती हैं|
इसी प्रकार आपके अन्य काम जैसे कोई एग्जाम पास करना, नौकरी पाना, सरकारी टेंडर पाना, शादी, संतान प्राप्ति, सेहत, धन वृद्धि, संपत्ति का सुख यह सभी काम अगर आसानी से न हो रहें हो तो समझ जाएं की कोई न कोई बुरी शक्ति आपका काम रोक रहीं हैं| यह भी बता दूँ की यह सभी बुरी शक्तियाँ एक अलग योनी की होती हैं और यह योनी मनुष्य योनी के नीचे आती हैं| और हम इन बुरी शक्तियों का हमारे जीवन पे जो प्रभाव होता है उसे ख़तम कर सकते हैं|
इसलिए कोई भी साधना के पहले यह रक्षा कवच विधान करना बहुत जरुरी होता है| तभी आप उस साधना में सफल होकर अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकते हैं| भरोसा करें बहुत से लोगों ने ऐसा किया है, किसी भी सिद्ध महात्मा का उदाहरण देख सकते हैं|
साधना के अलावा कोई भी काम करने से पहले आप इस रक्षा कवच विधान को कर सकते हैं, आपका काम आसानी से पूरा होगा उसमे अड़चने नहीं आएंगी और जो भी अड़चन डालना चाहता है नहीं डाल पाएगा| जैसे कोई बिज़नस चालू करने से पहले, कोई एग्जाम में जाने से पहले, किसी एग्जाम की पढाई करने के लिए बैठते वक़्त, ऑफिस जाते वक़्त, शादी के लिए लड़की/लड़का देखने जाते वक़्त, संतान प्राप्ति क्रिया करने से पहले और कहीं भी कभी भी आपको लगता है की यार रक्षा कवच लगा लेना चाहिए जिससे यह काम आसानी से पूरा हो जाए और कोई अड़चन ना आए| ऐसे समय आप यह विधान कर सकते हैं| sadhna in hindi
सबसे पहले रक्षा कवच विधान मंत्र जागृत करना है|
रक्षा कवच विधान के लिए एक बहुत ही शक्तिशाली शाबर मंत्र बताने जा रहा हूँ| यह मंत्र नाथयोगियों के द्वारा बनाया गया था| इस मंत्र को शुरुआत में एक बार अपने लिए जागृत करना है| जागृत करने के बाद कभी-भी रक्षा कवच बनाते समय सिर्फ 9 या 11 बार मंत्र जपना पड़ता है| यह मंत्र गणेश जी, हनुमान जी, भैरो बाबा और नरसिंह भगवान् को अपनी रक्षा के लिए जगाने का है| Hanuman Raksha Kavach, Ganesh Raksha Kavach, Bhairo Raksha Kavach, Narsingh Raksha Kavach. Hanuman Kavach.
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रक्षा कवच शाबर मंत्र: Raksha Kavach Mantra In Hindi
ॐ नमो आदेश गुरन को, ईश्वर वाचा |
अजरी बजरी बाड़ा बज्जरी, मैं बज्जरी बाँधा दशौ दुवार छ्वा (chvaa) |
और के घालों, तो पलट हनुमंत बीर उसी कों मारे |
पहली चौकी गणपति, दूजी चौकी हनुमंत, तीजी चौकी में भैरों,
चौथी चौकी देह, रक्षा करन कों आवें श्री नरसिंह देव जी |
शब्द-साँचा, पिंड-काँचा, चले मंत्र ईश्वरी वाचा |
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मंत्र जागृत करने की आसान विधि: सिर्फ साधना और पूजा में उपयोग
1 किसी भी गृहण काल में (जब भी कोई गृहण लगे, पहले से पता कर सकते हैं की गृहण कब लगने वाला है)| गृहण के शुरू होने से ख़तम होने तक कभी-भी, आपको इस मंत्र को 108 बार (याने की एक माला) जाप करना है|
2 किसी भी सिद्धरात्रि यानि की होली, दीपावली या दशेहरा को किसी भी समय मंत्र का 108 बार जाप कर इसे जागृत किया जा सकता है.
साधना में बैठने से पहले, रक्षा कवच कैसे बनाए ?
मंत्र जागृत करने के बाद, साधना शुरू करने से पहले रक्षा कवच बनाना है| और जितने दिन भी साधना चलेगी हर रोज़ साधना शुरू करने से पहले रक्षा कवच बनाना है|
आसन पर बैठ जाएं और शाबर मंत्र का 9 या 11 बार जाप करें| अब अपने आसन से उठें और मंत्र जाप करते हुए अपनी तर्जनी ऊँगली (Index Finger) से आसन के चारो तरफ एक गोला बना दें (गोल घूमते हुए), मंत्र जाप करते रहें| इस प्रकार आपके बैठने का आसन एक गोल रक्षा कवच के अन्दर हो जाएगा|

ऐसा करने के बाद आसन पर बैठ जाएं और एक बार मंत्र पढ़ें और अपनी ठुड्डी (chin) सीने से लगाकर फूंके, इस प्रकार आप अपने हृदय चक्र पर फूँक रहे हैं| इसके बाद फिर एक बार मंत्र पढ़ें और अपनी दोनों हथेलिओं को (दोनों हथेली जोड़ लें) मुंह के पास लाकर फूकें और अपने चेहरे से लेकर सारे शारीर पर हाँथ फेर लें| याद रहे सारे शारीर पर हाँथ फेर लें, ऐसा करने से आपका पूरा शारीर रक्षा कवच के अन्दर आ जाता है|
मंत्र को सिद्ध करने की कठिन विधि: ऐसा करने के बाद इस मंत्र को, आप किसी भी काम की रक्षा के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं|
इसके लिए आपको संकल्प लेने के बाद 41 दिनों की साधना करनी पड़ेगी| या यूँ कहूँ की 41 दिनों की संकल्पित साधना करनी पड़ेगी| हर रोज़ 108 बार मंत्र जाप करना है, या 1 माला जाप करना है| 41 दिनों तक ऐसा करने के बाद इस मंत्र की शक्ति आपके लिए बहुत बढ़ जाएगी और आप बहुत सारे कामों में इसको इस्तेमाल कर सकेंगे|

मंत्र के अन्य प्रयोग:
1 साधना से पहले रक्षा कवच बनाना.
2 जंगल, अनजान जगह जहाँ आपके मन में भय हो, इस मंत्र को 11 या 9 बार जाप के हथेली में फूंक कर चेहरे से शुरू करते हुए पुरे शारीर में हाथ फेर लें|
3 लूट, डकैती और लड़ाई, झगड़े होने की संभावना हो तो यह रक्षा कवच करें और आप को कोई हानि भी नहीं होगी| बुरे लोगों के मन में आपके साथ लड़ाई या लूट करने का ख्याल नहीं आएगा|
4 किसी भी काम को करने से पहले 9 या 11 बार मंत्र जाप करके फूंक के रक्षा कवच बना लें, कोई भी अड़चन नहीं आएगी|
5 अगर किसी को अचानक बिना किसी बीमारी के फिट या बेहोशी हो जाए, तो यह मंत्र 9 या 11 बार जाप करके उस व्यक्ति के सर से लेके पाँव तक फूंक दें|
मंत्र की शक्ति बरक़रार रखने के लिए रोजाना 11 या 9 बार मंत्र जाप कर रक्षा कवच बना लें|
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