Durga Mantra Powerful:
माँ दुर्गा को जगत जननी इसीलिए कहा जाता है क्योंकि, माँ दुर्गा एक माँ की तरह अपनी सभी संतानों की रक्षा करती हैं| माँ दुर्गा को सभी कष्टों और संकटों का नाश करने के लिए जागृत किया जाता है| सम्पूर्ण ब्रम्हाण्ड में सभी जीव जंतु माँ दुर्गा की ही संतान हैं| यह प्रकृति माँ दुर्गा का प्रतीक है, इस ब्रम्हाण्ड में व्याप्त नौ गृह अपनी चाल से सभी जीव जंतुओं का जीवन या तो ख़ुशी से भर देते हैं या फिर दुखों से| ऐसे में अगर हम अपनी माँ से प्रार्थना करें तो माँ दुर्गा हमें इन नौ ग्रहों के दुष्प्रभाव से बचा लेती हैं|
शारदीय नवरात्र मानाने का मुख्य कारण यह है की, इस दौरान ब्रम्हाण्ड में व्याप्त सभी नौ गृह एकत्रित हो जाते हैं और सक्रीय हो जाते हैं| इस क्रिया का ब्रम्हाण्ड के प्राणियों पर बुरा प्रभाव पड़ता है| इसलिए शारदीय नवरात्र का पर्व माना कर माँ दुर्गा के नौ रूपों को जागृत किया जाता है, जो इन सभी ग्रहों के दुष्प्रभाव को नष्ट कर देती हैं| फलस्वरूप किसी भी जीव का अनिष्ट नहीं होता| अगले पेज में जाने नवार्ण मंत्र का हर अक्षर माँ दुर्गा के किस रूप को दर्शाता है|
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Durga Mantra: नवार्ण मंत्र (Durga Navarna Mantra)
मंत्र इस प्रकार है –
ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चै
AIM HREEM KLEEM CHAMUNDAYE VICHCHE
नवार्ण मंत्र में नौ अक्षर हैं और प्रत्येक अक्षर माँ दुर्गा के नौ रूपों को जागृत करने के लिए है| इस मंत्र का जाप करने से माँ दुर्गा के नौ रूप जागृत होकर भक्त की रक्षा करते हैं| आइए देखते हैं प्रत्येक अक्षर किस रूप को दर्शाता है|
ऐं – माँ शैलपुत्री
ह्रीं – माँ ब्रम्ह्चारिणी
क्लीं – माँ चंद्रघंटा
चा – माँ कुष्मांडा
मुं – माँ स्कंदमाता
डा – माँ कात्यायनी
यै – माँ कालरात्रि
वि – माँ महागौरी
च्चै – माँ सिद्धिरात्रि
अगले पेज में जाने प्रत्येक अक्षर और माँ दुर्गा का कौन सा रूप कौन-कौन से ग्रहों को नियंत्रित करता है|
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How To Control Nine Planets: नव ग्रहों को नियंत्रित करता है माँ दुर्गा का यह शक्तिशाली नवार्ण मंत्र
इस प्रकार माँ दुर्गा के नौ रूपों को जागृत करने के लिए नौ अक्षरों को जोड़ कर यह मन्त्र बनाया गया है| जब यह नौ रूप जागृत हो जाते हैं तो भक्त को इन सभी नौ ग्रहों के दुष्प्रभाव से बचाते हैं| आइये देखते हैं माँ दुर्गा का कों सा रूप किस गृह को नियंत्रित करता है|
ऐं – माँ शैलपुत्री – सूर्य गृह
ह्रीं – माँ ब्रम्ह्चारिणी – चन्द्रमा गृह
क्लीं – माँ चंद्रघंटा – मंगल गृह
चा – माँ कुष्मांडा – बुध गृह
मुं – माँ स्कंदमाता – बृहस्पति या गुरु गृह
डा – माँ कात्यायनी – शुक्र गृह
यै – माँ कालरात्रि – शनि गृह
वि – माँ महागौरी – रहू गृह
च्चै – माँ सिद्धिरात्रि – केतु गृह
बहुत ही आसान मंत्र है लेकिन शक्ति से भरपूर और साधक को तुरंत लाभ पहुचाने वाला मंत्र है| कलियुग में माँ दुर्गा सबसे जल्दी प्रार्थना सुनती हैं और माँ की तरह अपनी संतान की सहायता के लिए दौड़ी चली आती हैं| इसीलिए आप भी इस मंत्र का जाप करना चालू कर दें और कुछ ही दिनों में इसका प्रभाव अपने जीवन में देखें| इस लेख को शेयर जरुर करना जिससे माँ दुर्गा के सभी भक्तों तक इस मंत्र की महिमा पहुंचे और सभी कष्टों से छुटकारा पाएं| LIKE और COMMENT भी करें आपका प्यार ही हमें आगे काम करने की ताकत देता है|
अगले पेज में जाने कितनी माला जाप करना होगा उचित और कौन सी माला का करें इस्तेमाल|
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Navarna Mantra Chanting Method : मंत्र जाप करने का आसान तरीका:
प्रतिदिन सुबह या शाम को नाहा धो कर, माँ दुर्गा प्रतिमा, फोटो या श्री यंत्र के सामने गाय के घी का दीपक जला लें| इसके बाद मूंगा माला का इस्तेमाल करते हुए इस मंत्र का कम से कम 3 माला जाप करें|
इस मंत्र के शुरुआत में ॐ को जोड़ कर इस मंत्र को दशाक्षर मंत्र बनाया गया है| ॐ के साथ या ॐ के बिना इस मंत्र का प्रभाव एक जैसा रहता है|