पिरामिड जल बनाने की विधि |
पानी से भरे बर्तन के मुख में एक पतला सफेद कपड़ा बाँध लें और फिर इसमें बर्तन के मुख के आकार का पिरामिड यंत्र रख दें | फिर उस बर्तन को खुले वातावरण में 3 से 12 के लिए रख दें | 3 घंटे बाद इसका उपयोग किया जा सकता है | 5-6 घंटे बीत जाने के बाद इसमें रखा हुआ जल पिरामिड जल में परिवर्तित हो जाता है | याद रखें कि इस पिरामिड जल से भरे पात्र को फ्रिज, पंखे, विधुत या चुम्बकीय चीजो से दूर रखें और इसे बंद अलमारी में भी न रखें | इस पात्र को इस तरह से खुले में रखना चाहिये कि इसका संबंध सीधा आकाश से बन सके | इस बर्तन के नीचे पिरामिड की चिप्स भी लगाया जा सकता है इससे जल्दी ही कम समय में साधारण जल पिरामिड जल में परिवर्तित हो जाएगा |
पिरामिड जल के चमत्कारी लाभ |
१,
पिरामिड जगत में पिरामिड जल एक औषधि के रूप में माना जाता है | इसका उपयोग पिने और नहाने में किया जा सकता है | इस जल से कई रोगों का उपचार हो जाता है | इसके चमत्कारी परिणाम बहुधा देखे गए है |
२,
जिस व्यक्ति को एसीडिटी की शिकायत है वह इस पिरामिड जल का उपयोग कर इससे लाभ उठा सकता है | एसीडिटी का रोगी इस जल का उपयोग खाना खाने के बाद कर सकता है परन्तु ध्यान रहे सिर्फ 20-25 ग्राम ही यह पिरामिड जल पियें उससे ज्यादा न लें |
३,
जो व्यक्ति अधिक धूम्रपान करते है उन्हें अक्सर यह शिकायत हो जाती है कि उनको शौँच (नित्य कर्म) करने में तकलीफ होती है | ऐसे रोगी को नियमित रूप से पिरामिड जल का सेवन करना चाहिये |
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